डिप्लोमा इन जैनोलोजी कोर्स का अध्ययन परमपूज्य प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका श्री चंदनामती माताजी द्वारा प्रातः 6 बजे से 7 बजे तक प्रतिदिन पारस चैनल के माध्यम से कराया जा रहा है, अतः आप सभी अध्ययन हेतु सुबह 6 से 7 बजे तक पारस चैनल अवश्य देखें|
१८ अप्रैल से २३ अप्रैल तक मांगीतुंगी सिद्धक्ष्रेत्र ऋषभदेव पुरम में इन्द्रध्वज मंडल विधान आयोजित किया गया है |
२५ अप्रैल प्रातः ६:४० से पारस चैनल पर पूज्य श्री ज्ञानमती माताजी के द्वारा षट्खण्डागम ग्रंथ का सार प्रसारित होगा |
"श्रेणी:ज्योतिष-वास्तु एवं मंत्र विद्या" के लिये जानकारी
मूल जानकारी
प्रदर्शित शीर्षक | श्रेणी:ज्योतिष-वास्तु एवं मंत्र विद्या |
डिफ़ॉल्ट सॉर्ट की | ज्योतिष-वास्तु एवं मंत्र विद्या |
पृष्ठ आकार (बाइट्स में) | ५३ |
पृष्ठ आइ॰डी | 39019 |
पृष्ठ सामग्री भाषा | हिन्दी (hi) |
Page content model | विकिटेक्स्ट |
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श्रेणी जानकारी
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सम्पादन इतिहास
पृष्ठ निर्माता | Sanyam1 (चर्चा | योगदान) |
पृष्ठ निर्माण तिथि | २२:३७, २१ जनवरी २०१५ |
नवीनतम सम्पादक | Jainudai (चर्चा | योगदान) |
नवीनतम सम्पादन तिथि | १९:५४, १४ फ़रवरी २०१७ |
संपादन की कुल संख्या | २ |
लेखकों की संख्या | २ |
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हाल ही में लेखकों की संख्या | ० |